अंतरिक्ष में भारत की तीसरी आंख
कार्टोसैट-2 बॉर्डर पर तैनात दुश्मन की हलचल और उनकी तैनाती पर नज़र रखेगा।
कार्टोसैट-2 बॉर्डर पर तैनात दुश्मन की हलचल और उनकी तैनाती पर नज़र रखेगा।
भारत ने अंतरिक्ष में एक और रिकॉर्ड बनाया है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में इसरो के स्पेस सेंटर से PSLV C 38 रॉकेट ने उड़ान भरी। ये रॉकेट कार्टोसैट 2 नाम की सैटेलाइट अपने साथ ले गया। अब ये सैटेलाइट अपनी कक्षा में पहुंच चुका है और इसने काम करना शुरु कर दिया है। PSLV C 38 रॉकेट भारत के अलावा ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चिली, चेक गणराज्य, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, लातविया, लिथुआनिया, स्लोवाकिया, ब्रिटेन और अमेरिका समेत 14 देशों के तीस और छोटे सैटेलाइट लेकर गया है।
भारत की इस कामयाबी से दुश्मनों की हर खबर मिलेगी। कार्टोसैट-2 बॉर्डर पर तैनात दुश्मन की हलचल और उनकी तैनाती पर नज़र रखेगा। सरहद पर अगर दुश्मन की तोप तैनात होगी तो ये तोप की गिनती भी कर सकता है। दुश्मन की बंकर का पता भी बता सकता है। इसी वजह से इसको ‘अंतरिक्ष में भारत की तीसरी आंख’ का नाम दिया जा रहा है।